कांग्रेस ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में हाथरस की बेटी के सामूहिक दुष्कर्म और उसकी हत्या के मामले में पुलिस और केन्द्रीय जांच ब्यूरो( सीबीआई) के ठीक से जांच नहीं करने के कारण आरोपी बरी हो गए।
कांग्रेस नेता डॉली शर्मा ने रविवार को कहा कि हाथरस मामले में न्यायालय ने एक आरोपी को दोषी पाए जाने और तीन अन्य को निर्दोष मुक्त करने का आदेश दिया है। इस मामले में पहले उत्तर प्रदेश पुलिस और बाद में सीबीआई की जांच कमजोर साबित हुई और आरोपी बच गए। जांच का काम कमजोर करके भाजपा सरकार ने पार्टी के बलात्कारी नेताओं को बचाया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में सिर्फ बेटी बचाओ का नारा देकर लाल किले से महिलाओं को गुमराह किया जाएगा। मोदी सरकार में महिला विभाग की मंत्री को बेटियों के सम्मान से कोई मतलब नहीं है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि इसी तरह से उत्तराखंड में अंकिता भंडारी मामले में भी भाजपा ने अपने नेता को बचाया है। बीआईपी के लिए रिसॉर्ट में काम करने वाली युवती को 10000 रुपये देकर फुसलाया जा रहा था। उसके मना करने पर और पोल खुलने के डर से उसकी हत्या कर दी गई और फिर सबूत भी मिटा दिए गए।