पुराने भोपाल शहर की रवायत को कायम रखते हुए भाजपा उत्तर विधानसभा के प्रत्याशी आलोक शर्मा सोमवार को तांगे पर प्रचार करने निकले। इस दौरान अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने अपने घरों से निकलकर जगह जगह उनका ऐतिहासिक स्वागत किया। शर्मा को कहीं फलों से तौला तो कहीं भव्य आतिशबाजी और फूल-मालाओं से स्वागत किया गया। अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्र में पहली बार बड़ी संख्या मुस्लिम महिलाएं बुर्के में घरों से निकली और प्रत्याशी आलोक शर्मा का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया।
कुछ महिलाओं ने खिड़की और बालकनी में आकर प्रत्याशी शर्मा का अभिवादन किया, फूल बरसाए। यही नहीं बुर्के में साथ चल रही महिलाओं ने टोली बनाकर क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में प्रचार किया। आलोक शर्मा सोमवार को इमामी गेट, सैफिया कालेज रोड, मॉडल ग्राउंड, कबीटपुरा, इंद्रा नगर काजी कैंप आदि क्षेत्रों में मतदाताओं से मुलाकात करने पहुंचे थे। उल्लेखनीय है कि भोपाल शहर नवाबों का शहर रहा है। यहां की रवायत में तांगों का चलन पुराना है। भोपालियत में तांगे पर प्रचार और पटियों के बतोले बड़े फेमस रहे हैं। बकौल आलोक शर्मा उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत में तांगे और हाथ ठेले पर भी प्रचार किया। यह संस्कृति पुराने भोपाल के बाशिंदों को अब भी भाती है।
आलोक शर्मा के वास्ते … लगे नारे
जनसंपर्क के दौरान मुस्लिम समुदाय के नवयुवकों ने *आलोक शर्मा के वास्ते, खाली कर दो रास्ते* नारे लगाए। इस दौरान युवाओं का जोश देखते ही बन रहा था। बड़ी संख्या में नवयुवक भाजपा प्रत्याशी शर्मा के समर्थन में प्रचार करते नजर आए। ज्ञात रहे पिछले तीस वर्षों से उत्तर विधानसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा बरकरार है। लेकिन इस बार परिवर्तन की लहर है। खास बात है कि विधायक की निष्क्रियता और विकास के मुद्दे पर इस बार मुस्लिम समुदाय भी भाजपा के पक्ष में उतर