*😇चकरघिन्नी डॉट कॉम😇*
*✍️खान अशु*
*नैतिकता भी किसी चिड़िया का नाम है काका जी..?*
खबर कई दिनों से लहरी रही है, इस्तीफा मांग लिया गया है… पंच आया, मांगने नहीं देंगे, खुद ही सौंप आएंगे….! फिर चर्चा, इस्तीफा दे दिया… थोड़ी देर में खंडन भी आ धमका, अभी हम ज़िंदा हैं…! हार, अवसाद, इस्तीफा… सब तो नैतिकता से जुड़ा होता है न… काका जी, इन सब में विश्वास नहीं करते…! नैतिकता तब नहीं निभाई, जब हथेली पर रखी सरकार रेत की तरह फिसल गई… तब भी नहीं, जब नाराज़ साथियों ने एक एक कर बाहर निकलते हुए बाड़ा खाली कर दिया… और अब तो बिल्कुल निभाने के मूड में नहीं दिख रहे, जब मनमर्जी के टिकट बांट कर आधी पार्टी को घर बैठा चुके और खुद पटिए पर आ बैठे हैं…!
काका जी, कारोबारी दिमाग खूब चला लिया…! करोड़ी खर्च पर 2018 विधानसभा चुनाव का सौदा…! न ये छोड़ेंगे, न उस पद से हटेंगे की ज़िद…! इसको नाराज़, उसको खफा करते करते अकेले खड़े रह गए…! लेकिन काका जी की अकड़ ये है कि न खेलेंगे, न खेलने देंगे…!
महाराजा गए, राजा हाशिए पर, दिग्गज छिटके हुए और सिर पर खड़ा एक और बड़ा चुनाव…! काका जी कहिन के भरोसे रहे, तो पिछली बार की उपलब्धियों में एक अंक और कम होना अवश्यंभावी माना जाए… नतीजा 29/0 के तौर पर तय कहा जाए…! वैसे भी मामा जी किसी से वादा कर चुके हैं कि इस बार 29 मोती की माला पहनाएंगे…! पुराने दोस्त की इस मन्नत को पूरा करने में काका जी नैतिकता निभा भी सकते हैं, ऐसी उम्मीद की जा सकती है…!
*पुछल्ला*
*गंगा जमनी तहज़ीब बरकरार*
शहर में एक विश्व स्तरीय समागम। यहां की गंगा जमुनी तहजीब बरकरार है। लाखों जमातियों के जल प्रबंधन में राम सिंह और माली समाज के ट्यूबवेल काम आ रहे हैं। थोक दर से भी कम दाम पर पानी की बोतल चौहान जी की कंपनी के कारिंदे लगे हुए हैं। यातायात, सुरक्षा, खानपान से लेकर जमातियों को इज्तिमागाह तक पहुंचाने में सोनू, प्रकाश, करण, श्याम जैसे दर्जनों लोग गुपचुप अपनी खिदमत दे रहे हैं।
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*07/दिसंबर/2023*