भारत के महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन जी के सम्मान में उनकी जयंती दिवस को राष्ट्रीय गणित दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय, भोपाल में इस अवसर पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डॉ राजेश कुमार मिश्रा ने भारतीय गणित के गुढ़ रहस्यों को उजागर किया। अपने व्याख्यान में उन्होंने भारत गौरव के अनेक गणितीय विश्लेषणों को बताया। आपने भारत के वैदिक गणित को विस्तारपुर्वक बताया। यह विधा गणित सीखने की प्राचीनतम विधा है। मानव मस्तिष्क के विकास में वैदिक गणित अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसमें गणितीय गणना हेतु अनेक विकल्प सहित मनोरंजक एवं कम समय में किया जा सकने वाला विज्ञान है। इसके उपयोग से मस्तिष्क की विश्लेषण क्षमता में वृद्धि होती है।
डॉ मिश्रा जी ने वैदिक गणित के 16 सुत्रों को विस्तारपुर्वक समझाया। इसी श्रृंखला में दिनांक 20 दिसंबर को श्रीनिवास रामानुजन जी के जीवन पर आधारित वृतचित्र का प्रदर्शन किया जाएगा। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री शैलेंद्र कुमार जैन ने की तथा विश्वविद्यालय के समस्त शिक्षक,अधिकारी, कर्मचारी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहें। कार्यक्रम का संचालन डॉ जितेंद्र भावसार ने किया और आभार डॉ हितेंद्र राम ने माना।