अभा कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष श्री राहुल गांधी जी द्वारा निकाली जा
रही भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान असम में हुये हमले के विरोध में एमपी की राजधानी भोपाल
भारत जोड़ो न्याय यात्रा से बौखलाई भारतीय जनता पार्टी अब संवैधानिक और नागरिक अधिकारों का भी खुला उल्लंघन कर रही है। धार्मिक स्वतंत्रता के संवैधानिक अधिकार को प्राप्त करने वाला देश का हर नागरिक स्वेच्छा से मंदिर में दर्शन भी नहीं कर सकता, क्यों? क्या भाजपा और मोदी जी को यह डर था कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान राहुल गांधी जी की धार्मिकता सामने आने से उन्हें राजनीतिक रूप से नुकसान होगा? यही वजह थी कि देश के सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री को सीधे तौर पर कानून और संविधान का उल्लंघन करने का आदेश दे दिया गया? प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री जीतू पटवारी ने आज उक्त बातें मौन धरना प्रदर्शन के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए कहीं।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष श्री राहुल गांधी द्वारा निकाली जा रही भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान असम में हुये हमले को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर आज सभी जिला मुख्यालयों पर हमले के विरोध में धरना-प्रदर्शन किये गये। राजधानी भोपाल में जिला, शहर कांग्रेस कमेटी के तत्वावधान में आयोजित धरना प्रदर्शन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री जीतू पटवारी, पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजयसिंह, मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री उमंग सिंगार सहित अन्य कांग्रेस पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि और कांग्रेसजन बड़ी संख्या में शामिल हुये।
श्री पटवारी ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा द्वारा न्याय किसके लिए मांगा जा रहा है और यात्रा क्यों जरूरी है, बताते हुये कहा कि श्री राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा देश की जनता को इंसाफ दिलाने के लिए निकाल रहे हैं।
श्री पटवारी ने राहुल जी की यात्रा के तीन प्रमुख उद्देश्य मीडिया के समक्ष बताते हुए कहा कि:-
01. आर्थिक न्याय: बेरोजगार युवाओं, कर्ज में डूबे किसानों और महंगाई की मार के बीच पढ़ाई, कमाई और दवाई के लिए संघर्ष करते गरीबों के साथ न्याय हो।
श्री पटवारी ने कहा कि यदि मैं मध्य प्रदेश के संदर्भ में बात करूं तो मोदी की गारंटी के बावजूद किसानों को धान और गेहूं के समर्थन मूल्य को लेकर कोई पुख्ता आश्वासन नहीं दिया गया। धान की खरीदी खत्म हो गई, लेकिन सरकार ने अब तक बोनस देने की घोषणा भी नहीं की है। भर्ती परीक्षाएं हो नहीं रही, लेकिन पूर्व में हुए भर्ती घोटाले को लेकर भी यह सरकार खामोश है? क्या लाडली बहनें केवल वोट करने के लिए थीं? महंगाई में बहनें अब सस्ता सिलेंडर मांग रही हैं, लेकिन भाजपा खामोश है!
02. सामाजिक न्याय: वंचितों के अधिकारों और बेटियों के आत्मसम्मान के साथ न्याय हो।
श्री पटवारी ने कहा कि सामाजिक उपेक्षा का सबसे बड़ा उदाहरण आज देश में मध्य प्रदेश में देखा जा सकता है। जनजाति वर्ग उपेक्षा और योजनाबद्ध अपराध का शिकार है, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हो रही है। मध्य प्रदेश में वंचित वर्ग के ऊपर पेशाब करने की घटना के बावजूद भाजपा सामाजिक न्याय दिलवाने में असफल है। हाल ही में आए एनसीईआरबी के आंकड़े एक बार पुनः आदिवासी वर्ग की उपेक्षा का सबसे बड़ा सरकारी प्रमाण हैं।
03. राजनीतिक न्याय: स्वतंत्रता, समानता और मानवीय गरिमा के आदर्शों के साथ न्याय हो।
श्री पटवारी ने कहा कि मध्य प्रदेश ने लोकतंत्र की हत्या और संवैधानिक मूल्यों की अवमानना बहुत करीब से देखी है। जनता के द्वारा चुनी हुई कांग्रेस सरकार को अपदस्थ करना और खरीद फरोख्त की राजनीति कर सरकार गिरा देना राजनीतिक अन्याय का सबसे बड़ा उदाहरण है। आज यदि ईव्हीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे हैं, तो यह राजनीतिक न्याय करने का सबसे बड़ा मुद्दा है। सरकार को विश्वसनीयता साबित करने के लिए विपक्ष के साथ जनता को भी प्रामाणिक जानकारी उपलब्ध करवानी चाहिए।
श्री पटवारी ने कहा कि आज मणिपुर पूरे देश की तरफ उम्मीद की नजरों से देख रहा है। हमें उनकी आंखों में भरे दर्द को मिटा कर ‘उम्मीद का दीया’ जलाना होगा। यह यात्रा बीजेपी की विभाजन और उपेक्षा की राजनीति से ज़ख्मी भारत की आत्मा पर एकता और मोहब्बत का मरहम है।
श्री पटवारी ने कहा कि यह यात्रा तब हो रही है जब पूर्वाेत्तर राज्य मणिपुर मई-2023 से लंबे समय से जातीय हिंसा से जल रहा है, जिसमें कुकी और मैतेई समुदायों के बीच संघर्ष के कारण 180 से अधिक लोग मारे गए हैं और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। पिछले साल मई से अब तक मणिपुर राज्य में कई यौन उत्पीड़न के मामले और जघन्य अपराध भी सामने आए हैं। लेकिन, प्रधानमंत्री न केवल खामोश है बल्कि सुलगते हुए मणिपुर से उठ रहे सवालों के जवाब भी देना नहीं चाहते?
श्री पटवारी ने मीडिया से कहा कि मैं आपके माध्यम से मध्य प्रदेश की जनता को बताना चाहता हूं कि 14 जनवरी को मणिपुर से शुरू हुई यह यात्रा 20 मार्च को मुंबई पहुंचकर संपन्न होगी। राहुल गांधी की यह यात्रा मणिपुर से शुरू हुई नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, असम, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, ओडिशा और गुजरात को भी कवर करेगी। राहुल जी अपनी इस यात्रा के दौरान मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान भी जाएंगे, यह यात्रा 67 दिनों में 110 जिलों से होकर 6,700 किलोमीटर से अधिक की यात्रा होगी।