नयी दिल्ली, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने बजट सत्र के पहले दिन बुधवार को पहली बार नये संसद भवन में प्रवेश किया और संसद के संयुक्त सदन में अभिभाषण की शुरुआत में ही उसकी भव्यता की प्रशंसा की।
* राष्ट्रपति छह घोड़ों द्वारा खींची जा रही बग्गी से संसद भवन पहुंची और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उनकी अगुवाई की।
* राष्ट्रपति के संसद भवन में प्रवेश के समय पहली बार लोकसभा में स्थापित सेंगोल को लेकर एक व्यक्ति आगे बढ़ता रहा और राष्ट्रपति के संयुक्त सदन के आसन तक पहुंचने के बाद उसे (सेंगोल को) सदन में लोकसभा महासचिव की सीट के आगे स्थापित कर दिया।
* नये संसद भवन की भव्यता की प्रशंसा और नारी शक्ति वंदन विधेयक के सबसे पहले पारित होने की बात पर पूरा सदन पहली बार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजा।
* अभिभाषण के दौरान अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का जिक्र दो बार आया और दोनों बार पूरा सदन मेजों की थपथपाहट के साथ ही जय श्रीराम के नारे से गूंजा।
* लोकसभा सचिवालय कर्मी सदन के दौरान जहां बैठते हैं, वहां राष्ट्रपति भवन के अधिकारी थे और लोकसभा कर्मी प्रेस गैलरी में आगे की सीटों पर बैठे थे।
* कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडगे तथा तथा सोनिया गांधी अगली सीट पर एक साथ बैठे थे लेकिन उनकी पंक्ति में ही दो-तीन सीट छोड़कर बैठे भाजपा के सांसद सरकार की प्रशंसा पर तालियां बजाते तो श्री खडगे और श्रीमती गांधी परस्पर बातें करने लगते।
* विदेशी मेहमान भी दर्शक दीर्घा में बैठकर अभिभाषण के दौरान भारत सरकार की उपलब्धियों को सुन रहे थे।
* कई सांसद अभिभाषण के बीच सदन में आए और चुपचाप पीछे की सीटों पर बैठ गये जिससे सबसे पीछे की पंक्ति की सभी सीटों पर सबसे ज्यादा सदस्य मौजूद थे।
* नये संसद भवन की लोकसभा में 1200 से ज्यादा सदस्यों के बैठने की जगह है, इसलिए सीटें बहुत ज्यादा खाली नजर आ रही थी।
* राष्ट्रपति ने अभिभाषण में जब भारत के आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक आवाज बनने, शांति के लिए वैश्विक पहल में विश्व मित्र बनने, 5जी का इस्तेमाल करने वाला प्रमुख देश बनने, योग तथा प्राणायाम का वैश्विक गुरु बनने, महिला आरक्षण विधेयक लाने, राम मंदिर का निर्माण और महाकाल, केदारनाथ तथा अयोध्या में तीर्थयात्रियों की लगातार बढ़ रही संख्या का जिक्र किया तो पूरा सदन बहुत देर तक तालियों से गूंजता रहा।
* अभिभाषण एक घंटा 15 मिनट तक चला।