नई दिल्ली। नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रमण्यम ने कहा है कि पीएम मोदी का विजन देश में सुशासन बनाए रखना है। इसके लिए सभी जरूरी नीतियां बनाई जा रही हैं। बता दें कि यहां सुशासन महोत्सव के दूसरे दिन नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रमण्यम पहुंचे। बीवीआर सुब्रमण्यम जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्य सचिव रह चुके हैं। जिस वक्त जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाई गई, उस वक्त पूरे राज्य में सुशासन को बनाये रखने में उनका अहम योगदान माना जाता है। इंटरव्यू सेशन में नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रमण्यम ने भारत सरकार के आगामी दस सालों के विजन को सामने रखा। उन्होंने कहा कि आज हमारा देश पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। पिछले दस साल के दौरान देश के हर क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आये हैं। इस साल के अंत तक हर घर तक पानी, बिजली की पहुंच हो जायेगी।
सत्र में बीवीआर सुब्रमण्यम ने कहा कि आज की तारीख में दुनिया की नजर हमारे पक्ष में है। अब हमें दुनिया के पटल पर भारत की उपस्थिति प्रमुख देश के तौर दिखानी है। हम अगर बड़ी सोच लेकर चलें तो हमारे लिए कोई भी चुनौती नहीं है। कोई भी लक्ष्य मुश्किल नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी की यही सोच है । वो कहते हैं कि कमिटमेंट प्रमुख है, इसी से सुशासन आता है। इंटरव्यू सत्र में सबसे पहले किये गये इस सवाल के जवाब में बीवीआर सुब्रमण्यम ने कहा कि योजना आयोग 1950 में बना था। वह समाजवादी व्यवस्था की देन था। पांच सालों की योजना समाजवादी देशों में हुआ करती थी। सरकार के सारे बड़े खर्च की व्यवस्था योजना आयोग के हाथों में थी। छोटे खर्चे ही केवल वित्त विभाग के पास थे।
सुशासन की चुनौतियों को लेकर बीवीआर सुब्रमण्यम ने कहा कि केवल आइडिया या प्लानिंग ही काफी नहीं है। इसका क्रियान्वयन सबसे बड़ी चुनौती है। नेतृत्व करने वाले को सबसे पहले विषय का ज्ञान होना जरूरी है। उसे लाभ और नुकसान का आकलन करना चाहिये। किसी भी आइडिया और योजना को क्रियांवित करने के लिए साथ में काम करने वाले शख्स की क्षमता को परखना जरूरी है। पॉलिसी को क्रियांवित करने के लिए निचले स्तर तक लीडरशिप का मौका दिया जाना जरूरी है।