रमजान की तैयारियां काश्तकार की तरह करें : शहरकाजी
भोपाल owais mansoori
शाबान का चांद रविवार शाम दिख गया है और शबे बारात 25 फरवरी को मनाई जाएगी। इसके साथ ही रमजान मुबारक ने दस्तक दे दी हैं। अगर रमजान का चांद नजर आया तो राजधानी में पहला रोजा 11 या 12 मार्च को हो सकता है। जो की करीब 13 घंटे और 24 मिनट का होगा। इस्लामिक कैले डर के हिसाब से रमजान 9 वां महीना होता है।
हर साल की तरह इस बार भी रमजान की तैयारियां राजधानी की
मस्जिदों और मदरसों में शुरू हो गईं हैं। रमजान के दिनों में अदा की जाने वाली तराबीह की विशेष नमाज के लिए हाफिज साहिबान को मुकर्रर किया जा रहा है। रमजान के दिनों में शहर में
माहौल बदला रहता है इस दौरान
मस्जिदों में विशेष नमाज के
अलावा रोजदारों से शहर रौनक
अफरोज रहता है। देर रात तक सेहरी और अफ्तार के लिए खरीददारी की जाती है। वहीं शहर की परंपरा के मुताबिक नबावी दौर से रमजान के पवित्र महीने में गोले छोड़कर सेहरी और
अफ्तार की इत्तेला दी जाती है। वहीं शहरकाजी सैय्यद मुश्ताक अली नदवी ने कहा कि शाबान का चांद दिख गया है और रमजान अनकरीब है। उन्होंने शहरवासियों को हिदायत की है कि वे रमजान की तैयारियां शुरू कर दे।
जैसे काश्तकार अपनी फसल के लिए तैयारी करता है, वैसे ही रमजान में रोजे और नमाज का एहितेमाम करे, तिलावत करें ताकि जब रमजान आए तो बरकतों की बारिश आप पर हो। यह महीना मुबारक है और अल्लाह इस महीने में बंदों के सबसे करीब रहता है।