प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि उनकी सरकार अवसंरचना निर्माण को देश की अर्थव्यवस्था का इंजन मानती है और इसी रास्ते पर चलते हुए देश 2047 तक विकसित राष्ट्र होने का लक्ष्य प्राप्त करेगा।
श्री मोदी ने बजट उपरांत वेबिनार की श्रृंखला की आज की कड़ी में इंफ्रास्ट्रक्चर विकास विषय पर चर्चा का उद्घाटन करते हुए कहा, “हमारे देश में दशकों तक एक सोच हावी रही कि गरीबी केवल एक मनोभाव है। गरीबी को एक गुण के रूप में देखा जाता था। इसी सोच की वजह से देश में इंफ्रास्ट्रक्चर पर निवेश करने में पहली की सरकारों को दिक्कत होती थी।”
उन्होंने कहा कि गतिशक्ति राष्ट्रीय वृहद योजना भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर और मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक का कयाकल्प करने जा रही है। यह अर्थव्यवस्था और अवसंरचना विकास नियोजन, विकास को एकीकृत करने का बहुत बड़ा औजार है।
श्री मोदी ने कहा कि देश में भौतिक इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ ही सामाजिक अवसंरचना का भी मजबूत होना आवश्यक है। प्रधानमंत्री ने कहा, “हमारा सामाजिक इंफ्रास्ट्रक्चर जितना मजबूत होगा, उतना ही प्रतिभाशाली युवा, हुनरमंद युवा काम करने के लिए आगे आ सकेंगे। “
उन्होंने कहा कि इसीलिए ही देश में कौशल विकास परियोजना प्रबंधन, वित्तीय कौशल पर जोर दिया जाना बहुत आवश्यक है। श्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार भारत में अवसंरचना विकास पर रिकॉर्ड निवेश कर रही है। हमारी सरकार ने देश को गरीबी के महिमामंडल की सोच से बाहर निकाला है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गतिशक्ति राष्ट्रीय वृहद योजना के अमल में राज्यों की भी बड़ी भूमिका है। श्री मोदी ने कहा कि इस बार के बजट में राज्यों के लिए अवसंरचना पर निवेश के लिए 50 वर्ष के ब्याज मुक्त ऋण की सुविधा एक वर्ष हेतु और बढ़ा दी गयी है।